यूं आशिकी में हर आशिक किस तरीके से । yoon aashikee mein har aashik kis tarah se. बेदर्द ने क्या दर्द दिया मैं कैसे कहूं इसको । समझ नहीं आता किससे कहूं क्या कहूं । । दर्द देने वाले ने बेरहम होकर । दर्द दिया इतना कि जालिम कभी सोच ना सके । । यूं आशिकी में हर आशिक किस तरीके से । मशरूफ हो जाता है कि दर्द बर्दाश्त करना सीख जाता है । । हम चाह कर भी नहीं चाहते किसी को । कमबखत उसकी निगाहों ने दीवाना बना दिया । । आशिकी में चूर हो इतना । लोगों ने पागल समझ कर घर से निकाल दिया । । हम चाहते नहीं किसी को अपना यह दर्द बयां करना । यू तुम्हारी निगाहों से देखकर दर्द बयां हो जाता है । । ना जाने दीवाने किसे कहते हैं दीवाने की । हम तो जहां तक छिड़कने को तैयार थे अगर वह हमारा होता । । तुम्हारी निगाहों के सहारे बीत रही थी । यह जिंदगी हमारी जब तक थी । । तुमसे आशिकी हुई हम क्या करें । हम लुट गए हैं जब से तुम से मिले हैं । । दिल की गहराई से सोचता हूं कभी-कभी । तुमसे ना मिला होता तो आज मैं ना जाने कहां होता । । यह जिंदगी भी कितनी अज...
आज उ हमरा के छोड़ के चल गईली.. आज उ हमरा के छोड़ के चल गईली.. हम का बताई कि हम ओकरा से केतना प्यार करत रहनी .. हम घंटन मिलत रहनी सिर्फ उनुकर झलक पावे खातिर .. लेकिन का बताई उ हमरा के छोड़ के चल गईली.. उनुका कवनो प्रकार से कवनो दर्द ना भईल .. हम शिकायत करत रहनी कि उ छोड़ के अचानक, दिल टूट गईल, बिखराइल भटकत रहनी, आज उ हमरा के छोड़ के चल गईली, अयीसन नईखे जईसे हम काल्ह उनुका से मिलल रहनी, अयीसन नईखे जईसे हम उनुका से काल्ह मिलल रहनी, इ त सदियन के रिश्ता ह। हमार दिल के अईसन भी लागल.. हालांकि हमनी के दुनु जाना .. सालन पहिले बरगद के पेड़ के छाँव में.. बइठ के वादा करत रहनी जा कि हमनी के .. एक दूसरा के बगल ना छोड़ब जा, हाथ ना छोड़ब जा, जिंदगी भर एक संगे रहब जा, लेकिन उ हमरा के छोड़ देली, का चाहीं हम करीं, का करीं करों .. हमार दिल रोवेला हम सोचेनी कि मिटावे के बा .. बाकिर पूरा परिवार हमरा पीछे बा हम घर के बड़का हई.. हमरा बुरा लागत बा उ हमरा के छोड़ देले बाड़ी का करे के चाहीं.. उ हमरा के छोड़ देले बाड़ी.. हम खुदे बानी जिनिगी में .. हम एकरा के ...